
अपना गुज़रा ज़माना मत भूलो।
बना सको तो बना लो रिश्ते नए,
दोस्त कोई पुराना मत भूलो।
कर दो नाराज गर किसी को कभी,
फ़िर तुम उसको मनाना मत भूलो।
घूमते फिरते रहो तुम बाहर,
खाना पर घर का खाना मत भूलो।
भूल जाओ पुरानी बातों को,
दिल से दिल का लगाना मत भूलो।
प्यार से बच्चे सच कह देते हैं,
बनाते थे तुम भी बहाना मत भूलो।
तुम उठा चुके हो गम बिछड़ने का,
बिछडों को तुम मिलाना मत भूलो।
गोपाल के.