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Saturday, December 7, 2019
अक्सर तेरा रूठ जाना
मेरी छोटी सी गलती पर,
तुम अक्सर रूठ जाती हो,
क्या तुमको है पता मुझको
यूँ कितना तुम सताती हो।
मेरे दिल मे रहो तुम
जान बनकर
दूर ना बैठो,
तुम्हारे हर सितम मन्जूर
दिल को क्यों रुलाती हो।।
--
गोपाल के.
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