Showing posts with label
जज़्बात
.
Show all posts
Showing posts with label
जज़्बात
.
Show all posts
Friday, December 13, 2019
तेरा ख़त
एहसास से भरा, तेरे जज़्बात से भरा था,
वो ख़त मैंने जाने कितनी दफा पढ़ा था।
उस ख़त में आज भी ख़ुशबू तेरी आती है,
सूखा सा एक ग़ुलाब भी संग जो जड़ा था।।
--गोपाल के.
Friday, November 22, 2019
कैसे कहूँ दिल की बात पिया
कैसे कहूँ दिल की बात पिया,
आँखों में कटी है रात पिया ।
धड़कन दिल की बढ़ जाती है,
जब होती है मुलाकात पिया।।
कैसे कहूँ के तुमसे हैं जुड़े,
मेरे दिल के हर जज़्बात पिया।
आँखों मे मेरी तुम पढ़ लो,
दिल की मेरी ये बात पिया।।
--
गोपाल के
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
YE MAI HU-- GOPAL
LOVE MATCH