बेमतलब
दिल
बेतलब
और
बेसबब,
यादें
बेइंतहा
और दिल
बेअदब।
--गोपाल के
ये तन्हाईये बेचैनीऔर साथ देने कोबस पुरानी यादेंदिल पर बस चलता हैऔर न ही दिमाग परबस चलता है तो यादो परजो तडपती हैं आकर..मै तो नहीं बुलाताइन यादों को अपने पासफिर क्यूँ आ जाती हैं येदेख कर मुझे उदास?शायद ये तनहा देख कर मुझेसाथ देने आ जाती हैंहाँ, ये बेवफा नहीं हैंतुम्हारी तरहझूठी नहीं हैंतुम्हारे वादों की तरहटूटती नहीं हैंतुम्हारी कसमो की तरहसिर्फ इन्हें थोडा सावक़्त ही तो चाहिएनहीं चाहती धन दौलतऔर न तन्हाईये तो कही भी आ सकती हैंकहीं भी जा सकती हैंबिना किसी रोक टोक केऔर बिना किसी के इज़ाज़त के..क्यूंकि ये किसी को तनहा नहीं देख सकती..यादें हैं न..!इन्हें किसी ने बेवफाई नहीं सिखाईतभी ये बावफा हैंऔर हमसफ़र हैंहमारी जिंदगी कीताउम्र .. ताजिंदगी..!!
–गोपाल के
ये तन्हाई
ये बेचैनी
और साथ देने को
बस पुरानी यादें
दिल पर बस चलता है
और न ही दिमाग पर
बस चलता है तो यादो पर
जो तडपती हैं आकर..
मै तो नहीं बुलाता
इन यादों को अपने पास
फिर क्यूँ आ जाती हैं ये
देख कर मुझे उदास?
शायद ये तनहा देख कर मुझे
साथ देने आ जाती हैं
हाँ, ये बेवफा नहीं हैं
तुम्हारी तरह
झूठी नहीं हैं
तुम्हारे वादों की तरह
टूटती नहीं हैं
तुम्हारी कसमो की तरह
सिर्फ इन्हें थोडा सा
वक़्त ही तो चाहिए
नहीं चाहती धन दौलत
और न तन्हाई
ये तो कही भी आ सकती हैं
कहीं भी जा सकती हैं
बिना किसी रोक टोक के
और बिना किसी के इज़ाज़त के..
क्यूंकि ये किसी को तनहा नहीं देख सकती..
यादें हैं न..!
इन्हें किसी ने बेवफाई नहीं सिखाई
तभी ये बावफा हैं
और हमसफ़र हैं
हमारी जिंदगी की
ताउम्र .. ताजिंदगी..!!
–गोपाल के