Thursday, October 18, 2012

दो लाइन शायरी




1. उसने पुछा क्या हाल है जनाब..?
    मैंने बस इतना ही कहा - जिंदा हूँ..!!

2.  उजालों की रौशनी ने अँधेरे बुझा दिए,
     जब दिए अंधेरों ने जलाये तो रौशनी रो बैठी..

3.  तेरे शहर में भीड़ ही भीड़ थी बहुत,
     फिर भी पूरे शहर में मैं तो तन्हा था..

4.  मुझको रुलाना तो बहुत आसान है तेरे लिए
     पर चुप करा सको जो मुझे तो मानू मैं 
तुझे..!!


--गोपाल के.

अपनी चिता

ढलते सूरज को निहारती आँखें..
देख रही हो जैसे अपनी जलती चिता..!!

--गोपाल के.

YE MAI HU-- GOPAL

LOVE MATCH


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