अपने हर राज हमसे छुपाया ना करो,
पर हर बात सभी को बताया ना करो..
मै पहले से ही परेशां हूँ बहुत सच में,
तुम मुझे अब और सताया ना करो..
दिल पर लगते हैं तो ये धुलते नहीं,
दिल पे कोई दाग लगाया ना करो..
ये आग लगती तो है पर बुझती नहीं,
तुम इश्क की आग लगाया ना करो..
अरमान भी सो चले ख्वाबों की तरह,
तुम इन्हें फिर से जगाया ना करो..
वादे करते हो तोड़ देते हो मगर,
मुझसे झूठी कसमे खाया ना करो.
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याद करना भी सीख लो मुझसे,
या तो फिर याद ही आया ना करो..
--गोपाल के.
Tuesday, April 28, 2009
Monday, April 6, 2009
KHUDA HO GAYA
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